अगर आपको अपनी खुद की अहमियत (Self-Worth) बढ़ानी है, तो नीचे दी गई पाँच बातों का ध्यान अवश्य रखें। ये बातें न सिर्फ आपके व्यक्तित्व को निखारेंगी, बल्कि लोग आपको ज़्यादा सम्मान और गंभीरता से लेने लगेंगे:
1. "माफ कीजिए", "सॉरी" बार-बार न कहें जब ज़रूरत न हो
> बहुत बार बिना गलती के "सॉरी" कहना आपकी अहमियत को कम करता है।
हर छोटी बात पर "सॉरी" बोलना दर्शाता है कि आप खुद को कम आँकते हैं।
अगर गलती नहीं है, तो विनम्रता से बात करें लेकिन माफी न माँगें।
2. खुद को "कमतर" बताने वाले शब्दों से बचें
> जैसे: "मुझे ज्यादा नहीं आता", "शायद मैं गलत हूं", "आप बेहतर जानते होंगे" आदि।
ऐसे शब्द आपकी आत्म-विश्वास की कमी को दिखाते हैं।
आत्म-विश्वास के साथ, स्पष्ट लेकिन विनम्र तरीके से बात करें।
3. बातचीत के समय सामने वाले की भावनाओं (भाव) का ध्यान रखें
> कभी भी सिर्फ खुद की बात कहने में न लगें, सामने वाले की बात भी उतनी ही अहम है।
उनकी आँखों के हावभाव, आवाज़ का उतार-चढ़ाव, और शरीर की भाषा समझें।
ये आपको बताएँगे कि वे वास्तव में क्या महसूस कर रहे हैं।
4. "बस यूं ही", "ऐसे ही", "कुछ ख़ास नहीं" जैसे शब्दों से बचें
> ये शब्द दर्शाते हैं कि आपकी बातों की कोई अहमियत नहीं है।
जब कोई पूछे "क्या कर रहे हो?", तो आत्म-सम्मान के साथ बताएं कि आप क्या कर रहे हैं, चाहे वो कितना भी छोटा क्यों न हो।
हर काम की अपनी गरिमा होती है।
5. बात करते समय खुद को बार-बार न काटें
> "मैं ये कह रहा था... नहीं छोड़ो..."
ऐसा बोलना आपकी बात को कमजोर बनाता है।
अपनी बात पूरी करें।
लोगों को आपकी बातें तब गंभीर लगती हैं जब आप खुद उन्हें महत्व देते हैं।
अंत में एक बात याद रखें:
> दुनिया आपको उतना ही अहम मानेगी जितना आप खुद को मानते हैं।
बोलने का तरीका, शब्दों की शक्ति और सामने वाले की भावनाओं की समझ — यही वो हथियार हैं जो आपको भीड़ से अलग खड़ा करते हैं।