एक छोटे से गाँव में रहने वाला लड़का रामू था। उसका सपना था कि वह अपने गाँव को ऊपरी शिक्षा के लिए प्रस्तावित करेगा। लेकिन उसके पास पर्याप्त धन नहीं था। लेकिन रामू ने हार नहीं मानी।
उसने स्वयं को एक दूसरे गाँव में एक अच्छे स्कूल में प्रवेश के लिए आवेदन किया। उसने सपने को पूरा करने के लिए कठिनाईयों का सामना किया और अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर हुआ।
रामू की लगन और मेहनत ने उसे उस अच्छे स्कूल में प्रवेश दिलाया। वहाँ उसने अपने सपनों को पूरा करने के लिए और भी मेहनत की और अंत में वह अपने गाँव को उस स्थान पर पहुँचाने में कामयाब रहा।"